International Journal of Contemporary Research In Multidisciplinary, 2025;4(1):163-176
जालौर जिले में भूमि उपयोग एवं फसल संरचना का विश्लेषण: प्रवृत्तियाँ और परिवर्तन (2001–2022)
Author Name: हड़मता राम;
Abstract
प्रस्तुत शोध आलेख में जालौर जिले में कृषि विकास की प्रवृत्तियों का व्यापक विश्लेषण किया गया है। अध्ययन का प्रमुख उद्देश्य यह जानना है कि पिछले दो दशकों में जिले के भूमि उपयोग प्रतिरूप, फसल विविधता, उत्पादन, उत्पादकता एवं कृषि योग्य भूमि की दशा में किस प्रकार के परिवर्तन हुए हैं। इसके अंतर्गत मुख्यतः खाद्यान्न, दलहन, तिलहन एवं व्यावसायिक फसलों के आंकड़ों का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया है, जिससे क्षेत्रीय कृषि की दिशा और दशा का मूल्यांकन किया जा सके। यह अध्ययन द्वितीयक आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें सरकारी एवं विभिन्न वर्षों की कृषि रिपोर्टों का विश्लेषण किया गया है, जो न केवल जिले की कृषि संभावनाओं की पहचान करता है, बल्कि कृषि योजनाओं की प्रभावशीलता और आवश्यक हस्तक्षेप की ओर भी संकेत करता है। भूमि उपयोग की प्रवृत्तियाँ, परती भूमि की बढ़ती मात्रा और कुछ फसलों की घटती उत्पादकता जैसी समस्याएँ जिले की कृषि व्यवस्था के समक्ष गंभीर चुनौती के रूप में उभरती हैं।
Keywords
जालौर जिला, कृषि विकास, भूमि उपयोग प्रतिरूप, फसल उत्पादन, उत्पादकता, परती भूमि, खाद्यान्न फसलें, दलहन फसलें, तिलहन फसलें, व्यावसायिक फसलें, कृषि सांख्यिकी, क्षेत्रीय कृषि योजना